Thursday, July 23, 2020

Digital Signal Processing vs Analog Signal Processing

 एनालॉग सिगनल ( Analog Signal ) -

* एनालॉग सिगनल वह होता है जिसका मान एक सतत् रेंज ( Continuous range ) के अनन्त मानो में से  कुछ भी हो सकता है । 
* सभी प्राकृतिक सिगनल एनॉलॉग सिगनल होते हैं । 
* एनॉलॉग सिगनल का ऑपरेशन डिजिटल सिगनल की तुलना में आसान होता है ।
* साइन वेव , न्वाइज और वायस सिगनल इत्यादि एनॉलॉग सिगनल हैं  |


Analog Signal Processing


डिजिटल सिगनल ( Digital Signal ) -

*  डिजिटल सिगनल वह होता है जिसका मान दो सम्भव मानों में से कोई एक होता है अर्थात् 0 या 1 , Low या High इत्यादि ।
Digital Signal


डिजिटल सिगनल प्रोसैसिंग के लाभ तथा अनुप्रयोग ( Advantage and Applications of Digital Signal Processing ) -

 * डिजिटल प्रारूप में सूचना को स्टोर करना आसान होता है 
* इनमें accuracy व precision अधिक होती है तथा स्विचिंग परिपथों की संख्या बढ़ाकर accuracy को बढ़ाया जा सकता है । 
* ऑपरेशन को कम्प्यूटर की सहायता से प्रोग्राम्ड किया जा सकता है । 
* डिजिटल सिस्टम्स में शोर ( Noise ) तथा विरूपण ( Distortion ) का प्रभाव कम होता है 
Advantage and Applications of Digital Signal Processing
* इंटीग्रेटेड सर्किट्स के विकास से अधिक डिजिटल परिपथ IC को चिप्स पर बनाना सम्भव हुआ है

* सिगनलों का डिजिटल संचार अधिक सुरक्षित होता है , क्योंकि इनका encryption / decryption सम्भव है । 
* डाटा का कम्प्रैशन डिजिटल संचार में ही सम्भव है 
* VLSI तकनीक की सहायत से transceivers छोटे , हल्के व मोबाइल हो गये है । . 
* डिजिटल परिपथ अधिक विश्वसनीय होते हैं । - शक्ति का क्षय , कम होता है ।

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